tag:blogger.com,1999:blog-9113127060870268032.post8545173619301625756..comments2023-10-15T17:20:50.365+05:30Comments on शब्द और अर्थ: कुम्भकर्ण आप अब भी कहेंगे एक काल्पनिक पात्र है!!Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/08928212793008107322noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-9113127060870268032.post-41833915113058618072011-12-13T21:18:13.868+05:302011-12-13T21:18:13.868+05:30जैसी आपकी पोस्ट का शीर्षक है वैसा ही लिखा है आपने ...जैसी आपकी पोस्ट का शीर्षक है वैसा ही लिखा है आपने कुंभ कारण कोई काल्पनिक पात्र नहीं है सोया है हम सब के अंदर ही और दूसरी बात सच बोल्न बहुत अस्सन है अगर होंसला हो तो ...बहुत ही प्रभावशाली एवं सार्थक पोस्ट ... कुछ घटनाओ पर मैंने भी कभी एक पोस्ट लिखी थी समय मिले कभी तो ज़रूर आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है <br />http://mhare-anubhav.blogspot.com/2011/03/blog-post_27.htmlPallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9113127060870268032.post-80885372255306286472011-12-13T13:21:06.333+05:302011-12-13T13:21:06.333+05:30दुर्घटना होती है और दो चार दिन बाद उसे भुला दिया ज...दुर्घटना होती है और दो चार दिन बाद उसे भुला दिया जाता है नयी दुर्घटना होने तक ... सच ही लिखा है कुम्भकरण कोई काल्पनिक पत्र नहीं है ... सोया है हमारे सबके ज़मीर में ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9113127060870268032.post-67717787932585006182011-12-13T07:53:30.872+05:302011-12-13T07:53:30.872+05:30कोलकाता के अस्पताल की यह घटना हृदय विदारक घटना है।...कोलकाता के अस्पताल की यह घटना हृदय विदारक घटना है।www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9113127060870268032.post-11186585643950959842011-12-13T02:04:00.919+05:302011-12-13T02:04:00.919+05:30विस्मृतियाँ को आज की सभ्यता में (सेलेक्टिव फोर-गेट...विस्मृतियाँ को आज की सभ्यता में (सेलेक्टिव फोर-गेटिंग ) ,आधुनिकता का पर्याय कहा गया है ,हमने न केवल कुम्भकर्ण को अपितु कुम्भज को भी आत्मसात कर लिया है ,सारे अश्रु स्वयं ही पी डाले हैं ,शायद पहली बार यायावर के अर्थ को समझ सका हूँ ,करीब से जीवन -यात्रा को ,यात्रा और यात्री का अर्थ !Dr Alok Ranjanhttps://www.blogger.com/profile/07698682392776246124noreply@blogger.com