हर शब्द का हमारा आपका अनुभव अलग है . शब्द के अर्थ हमारे अनुभव के अनुसार हमें सुख-दुःख संताप पीड़ा आह्लाद आनंद शांति द्वेष घृणा प्रेम जैसे उदगार देते हैं - शब्द और अर्थ .मेरे अनुभव और अर्थ का विहंगम . मेरे शब्दों का सफर .
25 मार्च 2010
हाथों की गिरफ्त
मान लो तुम्हारे हाथों में एक तलवार है,
जिसकी हर वार के साथ कुंद हो जाती धार है ,
जबकि गर्दने अपेक्षतया मोटी होती जा रही है ,
और अब हाथों की गिरफ्त में भी कहाँ आ रही हैं .
ham talvar pe dhar chadhayenge ,,aur un gardano kko kat giraynge...
जवाब देंहटाएं