एक अजनबी से मुलाकात हुई
बहुत बात हुई .
देश दुनिया की
घर द्वार की
ख़बर अखब़ार की
बूढ़े लाचार की
अपंग की लाठी की
पहलवान की काठी की
बन्नो की भाभी की
बब्बन की शादी की
बातों ही बातों में
आधी रात हुई
बहुत बात हुई .
घटते बाघों पर
विलुप्त रागों पर
राजनैतिक परिवेश पर
चिंदी गणवेश पर
बढ़ती चर्बी पर
दुनिया की गर्मी पर
मिल के सेंकी रोटियाँ
चिकनी चुपड़ी बतियाँ
जबान बदजात हुई
बहुत बात हुई .
अपने अखाड़ों को
राजनैतिक बाड़ों को
धारणाओं, पक्षपातों को
कपट , ग्रंथियाँ, गाठों को
कितना भरा , कितना पाटा
अटका रहा सन्नाटा
मन कहाँ निष्पक्ष था
पक्ष प्रतिपक्ष था
अन्तःघात हुई
बहुत बात हुई .
अजनबी शहर में रहता हूँ
परदेशी हूँ खलता हूँ
भाषा बोली अपनाकर
उनके जैसा खाकर
दिल फिर भी डरता है
मन में कुछ पलता है
प्रतिकूल परिवेश में कौन फला है
मौसम जब भी बदला है
दुर्घटना अकस्मात हुई
बहुत बात हुई .
Your rhyming scheme comes out so natural.
जवाब देंहटाएंNice.
बातों बातों में सब कुछ समेट लिया ..बहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंजी क्या बात है
जवाब देंहटाएंबहुत बात हुई और एक अजनवी से मुलाकात हुई। सुंदर
बात करती हुई निकलती जाती है कविता .............!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर .
trivedi ji , kaya bat hai ,baton hi bato men sama gayi sari baten . kitani sahajata se baten ho gayi varna ....sadyan bit gayin baton men ...
जवाब देंहटाएंpahali bar aapko padha sunder laga . badhayi ji .
बातों ही बातों में कितना कुछ कह दिया आपने ... बहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंकितना भरा , कितना पाटा
जवाब देंहटाएंअटका रहा सन्नाटा
मन कहाँ निष्पक्ष था
पक्ष प्रतिपक्ष था
अन्तःघात हुई
बहुत बात हुई .
अजनबी शहर में रहता हूँ
परदेशी हूँ खलता हूँ
भाषा बोली अपनाकर
उनके जैसा खाकर
दिल फिर भी डरता bahut sunder dil ko chulene waali rachanaa.badhaai aapko
परिचित से बहुत खुलकर नहीं भी हो , अजनबी से कितना कुछ कह जाते हैं हम ! सब का दिल से आभार .
जवाब देंहटाएंबात ही बात में बहुत बात हुई !
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंबातों बातों में पूरी दुनिया सिमट आई है.... सुद्नर...
जवाब देंहटाएंसादर...
बेहतरीन है सर!
जवाब देंहटाएंसादर
bahut badhiya
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