मुझसे कहते हैं वो करो गरूर थोड़ा,
सीखना है आपको झुकना हूजुर थोड़ा |
किसी अंधे से टकराए तो , मान लो ,
सिखाने आयेंगे लोग उसे शऊर थोड़ा |
शेर से मेमने ने कुछ यूँ कहा होगा ,
मुझे ख़ुशी होगी जो रहें दूर थोड़ा |
उसके गुस्से का कहर ना टूटे ,
बस वो नाराज हो जरूर थोड़ा |
एक परिंदा परकटा उड़ान को तैयार,
पर पालतू कबूतर आदत से मजबूर थोड़ा |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
आपके समय के लिए धन्यवाद !!