शब्दों का संचारण
भावों का उच्चारण
वाक्यों का विन्यास
तनिक संकुचन
और तनिक तराश |
स्फुरण सहज
नहीं आख्यान
न कोई विरुदावली
न प्रश्न-पहेली
न उस्ताद
न वरदहस्त
शब्द सरल
अर्थ विरल |
नहीं कोई गोष्ठी
भावों का उच्चारण
वाक्यों का विन्यास
तनिक संकुचन
और तनिक तराश |
स्फुरण सहज
नहीं आख्यान
न कोई विरुदावली
न प्रश्न-पहेली
न उस्ताद
न वरदहस्त
शब्द सरल
अर्थ विरल |
नहीं कोई गोष्ठी
बस अपनी संतुष्टि
छोटी सी सृष्टी
नहीं करपात्री
छोटी सी सृष्टी
नहीं करपात्री
यायावर यात्री
बस एक बंजारा
बस एक बंजारा
स्वतःस्फूर्त कविता
कल-कल सरिता
नहीं इन्तेजार साईत का
कुछ अपने टाईप का |
(बाबुशा की टिप्पणी के सन्दर्भ से )
कविता के सृजन को परिभाषित करती हुई .....
जवाब देंहटाएंखुद से संवाद करती हुई ....
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति .....!!
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति .....!!
जवाब देंहटाएंकुछ अलग सा लगा आपके लेखन में ...शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंbahut khoob
जवाब देंहटाएंha ha ha ha ! Loved it ! :-)
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर शब्दों और अर्थ का चयन .बधाई सुंदर रचना के लिए / मेरे ब्लॉग मैं आइये और सन्देश देकर मेरा उत्साह बढाइये/मेरा लिंक है
जवाब देंहटाएंwww.prernaargal.blogspot.com